केंद्रीय विद्यालय, सेक्टर-5 द्वारका (द्वितीय पाली) में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन्हीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में 24 सितंबर, 2025 को विद्यालय पुस्तकालय द्वारा एक भव्य पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रति रुचि जागृत करना तथा पठन-पाठन की आदत को बढ़ावा देना था।
प्रदर्शनी में हिंदी साहित्य की विविध विधाओं से संबंधित पुस्तकें प्रदर्शित की गईं। इनमें प्रसिद्ध लेखकों की कहानियाँ, उपन्यास, कविताएँ, निबंध, जीवनी, आत्मकथाएँ, बाल साहित्य तथा समसामयिक विषयों पर आधारित पुस्तकें शामिल थीं। पुस्तकों की इस श्रृंखला ने विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य की समृद्ध परंपरा और विविधता से अवगत कराया।
विद्यालय के प्राचार्य ने प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में कहा कि पुस्तकें ज्ञान, संस्कृति और मूल्यों की वाहक होती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य पढ़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पहचान भी है।
शिक्षकों और विद्यार्थियों ने प्रदर्शनी का उत्साहपूर्वक अवलोकन किया। अनेक विद्यार्थियों ने अपनी रुचि की पुस्तकों को ध्यानपूर्वक पढ़ा और उनसे प्रेरणा प्राप्त की। इस अवसर ने न केवल हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित किया बल्कि विद्यार्थियों के मन में साहित्य के प्रति गहरी जिज्ञासा भी उत्पन्न की।
पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन सफल रहा और इसने विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि पुस्तकें जीवन को नई दिशा देने वाली सच्ची मित्र होती हैं। हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत यह पहल हिंदी भाषा के गौरव और साहित्यिक वैभव को उजागर करने में अत्यंत सार्थक सिद्ध हुई।